साप्ताहिक हिन्दू समागम

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साप्ताहिक हिन्दू समागम

राष्ट्रीय हिन्दू संगठन की एक अति महत्वाकांक्षी योजना है जिसके माध्यम से हम समग्र हिन्दू समुदाय को संगठित, संस्कार युक्त, धर्म, संस्कृति व राष्ट्रवाद के प्रति जागरुक, संवेदनाशील बना सकते हैंतथा राष्ट्रीय हिन्दू संगठन द्वारा आपस मे नियमित रूप से मिलने तथा विचार विमर्श करने हेतु रविवार का दिन निश्चित किया गया है. इस दिन एक क्षेत्र विशेष के पदाधिकारी, कार्यकर्ता तथा सामान्य हिंदू एक स्थान पर एकत्र होते हैं जो अधिकांशतः पूर्व निर्धारित होता है वहां एकत्र होकर सभी स‌दभावना पूर्वक एक दूसरे ऐसे भेंट करते हैं। चर्चा परिचचर्चा होती है समसामायिक विषयों तथा स्थानीय मुद्दों पर। यदि क्षेत्र में या किसी सदस्य को कोई समस्या हैह तो मिल जुल कर उसे हल करते हैं।
समागम एक निहित भावना है कि बार बार मिलने पर परस्पर परिचय होता है, परिचय से लगाव बढ़ता है, लगाव बढ़ने से आपसी सरोकार को बढ़ावा मिलता है जिससे हममे एक दूसरे के प्रति सम्मान की भावना उत्पन्न होती है। संगठन का संकल्प है आने वाले समय में भारत के हर गली हर गाँव में समागमों को पहुंचाना.
इन्ही समागमों से ही भावी विभीषिका का सामना प्रत्येक हिन्दू मजबूती से कर पायेगा और अपने परिवार अपनी संम्यसि अपने राष्ट्र और अपनी संस्कृति की रक्षा भी कर पायेगा।

(समागमों / आयोजन / समारोहों का आरम्भ एवं समापन)

चूंकि राष्ट्रीय हिन्दू संगठन राष्ट्र वादी धार्मिक संगठन है और मुख्यतः यह सनातन धर्म तथा सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार का कार्य करता है। इस लिए संगठन की राष्ट्रीय परिषद द्वारा निर्णय लिया गया है की परम्परानुरुप संगठन द्वारा सम्पादित प्रत्येक गतिविधि का शुभारम्भ मंगलाचरण के द्वारा ही किया जाए। इसके लिए परिषद ने यह तय किया है कि नीचे दिये गये श्लोक के माध्यम से मंगल कामना करते हुए कार्य प्रारम्भ करना है।
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संगठन के प्रमुख उद्देश