demo
single-img-7

प्रस्तावना

एक धर्म श्रेष्ठ धर्म है, एक मेव सनातन • अनादिकाल से प्रारंभ होकर अनंतकाल तक रहनेवाला यदि कोई धर्म पृथ्वीत पर है तो वह है अपना धर्म सनातन धर्म, सनातन धर्म की श्रेष्ठता का सबसे बड़ा प्रमाण यही है कि समय के थपेड़े और अनेकों दुश्चक्रों पड़यंत्रों के कुठाराघात झेलते हुए भी आज तक विद्यमान है। इस महानसत्य के समानांतर एक दूसरा कटु सत्य और तथ्य यह भी है कि बाहरी मनातन विरोधियों से कई गुना ज्यादा वेदनाप्रद होता है अपनी की उपेक्षा और उदासीनता.

• किसी भी समुदाय को नष्ट करने का सबसे सटीक और सरल उपाय है उसकी संस्कृति (सभ्यता) को नष्ट कर दिया जाए इसी कुठित विचारधारा को आगे रखकर हमे अपनी मनातन सांस्कृति से विमुख करने के कुचक्र नाना प्रकार से चलाए गए और वर्तमान में भी अनवरत रूप से चलाए जा रहे हैं परिणाम स्वरूप कुछ एक हिन्दू धर्मनिरपेक्षता का धर्म आवरण ओढ़कर निरन्तर हिंदुओं को और हिन्दू धर्म को छति पहुंचाने में लगे हैं ऐसे ही कुचकों और षड्यों से प्रत्येक हिन्दू को सुरक्षित और संरक्षित करने के पवित्र उद्देश्य से तथा सनातन धर्म एवं भारतवर्ष को पुनः उसके गौरवशाली स्थान पर प्रतिष्ठित करने एवं हिन्दू राष्ट्र निर्माण के पावन उद्देश्य से राष्ट्रीय हिन्दू संगठन की परिकल्पना को साकार किया गया है। .

संगठन के प्रमुख उद्देश