राष्ट्रीय हिन्दू संगठन का एकमेव लक्ष्य है 100 करोड़ सनातनियों को परिवार के भाव से जोड़ते हुए वैधानिक रूप से भारत को हिन्दू राष्ट्र श्रोषित करवाना
अनादिकाल से प्रारंभ होकर अनंतकाल तक रहनेवाला यदि कोई धर्म पृथ्वीत पर है तो वह है अपना धर्म सनातन धर्म, सनातन धर्म की श्रेष्ठता का सबसे बड़ा प्रमाण यही है कि समय के थपेड़े और अनेकों दुश्चक्रों पड़यंत्रों के कुठाराघात झेलते हुए भी आज तक विद्यमान है।
संगठन स्थापना दिवस, हिन्दू नववर्ष महोत्सव, माघ मेला में अन्नक्षेत्र वा श्रद्धालु सुविधा, केन्द्र वार्षिक अधिवेशन, वृक्षारोपण, जल संरक्षण, समसामयिक गतिविधियां, स्वामी विवेकानंद जी, चंद्रशेखर आजाद जी की जयंती वा पुण्यतिथि, प्रमुख हिन्दू त्योहार, महापुरुषों की जयंती व पुण्यतिथि तथा कार्यकर्ता सम्मेलन वा चिंतन, साप्ताहिक वा मासिक हिन्दू समागम ।
राष्ट्रीय हिन्दू संगठन की एक अति महत्वाकांक्षी योजना है जिसके माध्यम से हम समग्र हिन्दू समुदाय को संगठित, संस्कार युक्त, धर्म, संस्कृति व राष्ट्रवाद के प्रति जागरुक, संवेदनाशील बना सकते हैंतथा राष्ट्रीय हिन्दू संगठन द्वारा आपस मे नियमित रूप से मिलने तथा विचार विमर्श करने हेतु रविवार का दिन निश्चित किया गया है ।